सचेतन ध्यान
आमतौर पर तनावपूर्ण स्थितियों को संभालना थोड़ा कठिन होता है। लेकिन हममे से प्रत्येक व्यक्ति को इसके बारे में जागरूक होना, ऐसी स्थितियों को सहजत: स्वीकारना और उनका समाधान पाना जरूर आना चाहिए। ध्यान का एक रूप जो जीवन की समस्याओं और कठिन परिस्थितियों से निपटने में बहुत प्रभावी है, जिसे सचेतन (माइंडफुलनेस) ध्यान या अंतर्दृष्टि ध्यान के रूप में जाना जाता है। यह लोगों द्वारा एक चमत्कारी तकनीक के रूप में माना जाता है।
यह एक तथ्य है कि निराशा, तनाव, क्रोध और अन्य ऐसी ही नकारात्मक भावनाएं मन और शरीर को प्रतिकूल रूप से प्रभावित करती हैं। इस तरह के नकारात्मक कार्यों, बिचारों और भावनाओं को प्रभावी ढंग से नियंत्रित करने आना चाहिए। इसी तरह, स्वास्थ्य समस्याओं को भी सही मायने में स्वीकार करना और उनका जागरूकता पूर्वक स्वंय-निदान करना आना चाहिए। सचेतन ध्यान एक दवा की तरह है, जो लोगों को नकारात्मक स्थितियों और नकारात्मक भावनाओं से बहुत ही प्रभावी ढंग से निपटने में मदद करता है।
सचेतन ध्यान आपको अपने पर्यावरण के बारे में जागरूक होने की योग्यता प्रदान करता है। इस ध्यान विधि को अपनाकर लोग, अपने जीवन के प्रत्येक क्षण को समझने की योग्यता हाशिल करते हैं। इस प्रकार, वे उन सभी कठिन परिस्थितियों को भी सहजत: स्वीकार करते हैं जिनसे आम लोग हार जाते हैं । यदि आप सचेतन ध्यान के अभ्यास के द्वारा अपने मन की आंतरिक स्थिति के बारे में जागरूक हो जाते हैं, तो आप बहुत अधिक प्रतिरोध के बिना कठिन परिस्थितियों को स्वीकार करना और उन पर विजय हाशिल करना भी बड़े ही आसानी से सीख सकते हैं।
सचेतन ध्यान के अभ्यास से , आप बाहरी ताकतों से प्रभावित हुए बिना एक शांत वातावरण प्राप्त करने में अपने दिमाग को प्रशिक्षित कर सकते हैं। इस तरह की शांति प्राप्त करने के लिए आवश्यक ताकत विकसित करने में आपका मन सहयोगी की भूमिका में आ जाता है।
आज, हम सब के आसपास की दुनिया इतनी व्यस्त है, कि, किसी के पास ध्यान करने का समय नहीं है। लेकिन याद रखें कि आप जहां भी हैं, यह अभी भी वही से शुरू किया जा सकता है। हलांकि एक विशिष्ट समय और विशिष्ट स्थान का महत्व कहीं ज्यादा है, जहां कोई भी और कुछ भी आपको परेशान नहीं करे।
आप सचेतन ध्यान का अभ्यास कभी भी शुरू कर सकते हैं। शांति से कमर सीधी करके सुखासन में बैठें। अपनी सांस पर ध्यान केंद्रित करें या कुछ और जैसे शारीरिक अथवा मानसिक प्रक्रियाएं जो आपको अपने वर्तमान आंतरिक स्थिति और विचार पैटर्न के बारे में जागरूक करने में मदद करे।
हमेशा अपनी सांस के आवन-जावन पर अंतर्दृष्टि रखें। इसके प्रति आप सचेत बने रहें। कल्पना कीजिए कि आप आत्मा में सांस लेते हैं। जब आप बाहर से सांस ले रहे होते हैं, तो आप नाक से खिंची जा रही वायु पर ध्यान केंद्रित करें जो आपके नथुने से होते हुए, आपके श्वसन नली के मार्ग से, आपके फेफड़ों तक जाती है, वह वायु अपने साथ एक विशिष्ट प्रकार की सकारात्मक ऊर्जा और ईश्वरीय कृपा से भरपूर है, जो मुझमे भरती जा रही है | और जब आप बाहर श्वांस छोड़ें, तो इसके साथ महसूस करें कि, आपमें निहित अब तक की निष्क्रिय और सभी प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा बाहर होती जा रही है | इस तरह सांस पर ध्यान केंद्रित करने से दो चीजें पूरी हो सकती हैं। आपकी एकाग्रता धीरे-धीरे आपके दिमाग में आने वाली समस्याओं से दूर होती जाती है, और साथ ही यह सचेतन ध्यान आपको वैश्विक ऊर्जा से एवं आपके इष्ट से सम्पर्क स्थापित करने में मददगार साबित होती है।
अंतर्दृष्टि ध्यान का आपका अभ्यास आपको अपने कार्यों, विचारों और वर्तमान स्थिति पर ध्यान केंद्रित करने की सुविधा देता है। अंतर्दृष्टि ध्यान आपको अपने पिछले कार्यों का मूल्यांकन करने या सोचने अथवा भविष्य की अनिश्चितता पर अपने समाधान प्राप्त कर लेने के लिए भी सचेत करता है। यह आपके दिमाग को जागरूक बनाता है, और साथ ही दिमाग को बाहरी गड़बड़ी से विचलित नहीं होने देता है, अपने विचारों को केंद्रित करने में मदद करता है, और आराम भी पहुंचाता है।
अंतर्दृष्टि ध्यान औपचारिक या अनौपचारिक तकनीकों के माध्यम से अभ्यास में लाया जा सकता है। आजकल तो लगभग हर कोई इन्टरनेट से परिचित है, अत: अपने लिये सही मार्गदर्शन प्राप्त करना सबके लिये बहुत ही आशान हो चूका है | औपचारिक तौर पर अंतर्दृष्टि ध्यान योग की महान कड़ीयों से भी जोड़ता है।......
इस तरह, आप विशेष रूप से शरीर की गतिविधियों के संबंध में अपने सांस लेने के तरीकों से अवगत और नियंत्रित हो सकते हैं। और जब आप जीवन के अनुभव को आनंद के साथ श्वत: ही ग्रहण करते हैं, तो आप एक अनौपचारिक अंतर्दृष्टि ध्यान का उपयोग कर रहे होते हैं।
अंतर्दृष्टि ध्यान में प्रयुक्त रणनीति वाश्तव में एक तरह से आत्मनिरीक्षण की विधि है, जिसमें आपको अपने आंतरिक विचारों और भावनाओं की स्पष्ट तस्वीरें मिलती हैं, आप अपने विचार पर एकाग्रता प्राप्त करते हैं, और स्थितियों और चीजों को अधिक प्रभावी ढंग से समझने में अपने दिमाग को प्रशिक्षित करते हैं।
तो, अब आप अपनी समस्याओं को अलविदा कह सकते हैं, और इस सचेतन ध्यान का अभ्यास करते हुए आगे हमेशा के लिये बेहतर और स्वस्थ जीवन जी सकते हैं।
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