ध्यानाभ्यास
चूंकि आजकल हम सभी लोग किसी भी तरह के नये शुरुआत के लिए उसके बैग्यानिक प्रामाणिकता का आधार अवस्य जाँचते हैं।
इसीलिए आज इस पोस्ट के द्वारा सम्पूर्ण रूप से बैग्यानिक तौर पर मान्यता प्राप्त "ध्यान की बात" साझा की जा रही है।
दरअसल बैग्यानिक अध्ययनों में पाया गया है कि आज कल के अस्त-व्यस्त जीवन शैली मे रहते हुए, ज्यादातर लोग जहाँ हर दिन तनाव, उच्च रक्तचाप, मधुमेह, हृदयाघात, कोरोना सँकृमण आदि रोगों के शिकार हो रहे हैं!
ऐसे में हम सबको यह विचार करना होगा कि आज की तनावपूर्ण जीवन शैली के कारण उत्पन्न इन तमाम घातक बीमारियोँ से कैसे बचा जाए? तो जवाब एक ही मिलता है कि, आपको अपने शरीर और मन को पर्याप्त आराम देना होगा।
इसीलिए आपको मानसिक विश्राम करना सीखना होगा। और अपने शरीर की देखभाल भी और बेहतर ढँग से करना होगा।
आपको यह भी विचार करने की आवश्यकता है, कि, आपके शरीर को समय-समय पर आराम की आवश्यकता होती है।
आपके शरीर और मन बहुत लंबे समय तक लगातार अनेकों प्रकार के काम नहीं संभाल सकते हैं।
यदि आपके पास पर्याप्त काम है और आपका शरीर कह रहा है कि वह थका हुआ है, तो यह संभवत: सही ही है। अब आपको कम से कम 5 मिनट की छूट की जरूरत है।
आपको तुरंत "पावर नैप" लेनी चाहिए। इसके साथ, आप अपने शरीर को पुन: सकृय कर सकते हैं और इसे दूसरे बैच के काम के लिए तैयार कर सकते हैं।
व्यायाम करने से हृदय आदि रोगों को रोकने में मदद मिल तो सकती है, परन्तु आपको यह विचार करना होगा कि यह पर्याप्त नहीं है।
आपको पर्याप्त शारीरीक आराम और मन के विश्राम की भी आवश्यकता होती है।
इसके अलावा, यदि आप तनावग्रस्त हैं, तो आप अपनी चरम दक्षता पर काम नहीं कर पाएंगे।
आपका मस्तिस्क भी तनाव से अधिक प्रभावित होता है और जब आप मन व शरीर दोनो रूपोँ मे अधिक प्रभावित (थके) होते हैं तो आप स्पष्ट रूप से न ही सोच पाएंगे और न ही कुछ बेहतर कर पायेंगे।
अत: आपको पूरी तरह से आराम करने की आवश्यकता है।
इसके अलावा, अगर आपके दिमाग और शरीर अच्छे से काम नहीं कर रहे हैं, तो काम करने का मतलब ही क्या है?
वैसे तो ध्यान का अभ्यास हजारों साल पहले से किया जा रहा है, परन्तु अब इस विषय पर विचार अवश्य करना होगा।
क्योंकि हाल के अध्ययनों से पता चला है और इस बात के पक्के सबूत उपलब्ध हैं कि ध्यान वास्तव में तनाव को दूर कर सकता है और आपको पर्याप्त अतिरिक्त ऊर्जा प्रदान कर सकता है जिसकी आपको आवश्यकता भी है।
ध्यान आपके शरीर और दिमाग को पूरी तरह से शांत कर सकता है और यह आपके दिमाग को अधिक सतर्क और आपके दिल को आराम दे सकता है।
ध्यान आपको पूरी तरह से तरोताजा महसूस करवा सकता है और आपको दूसरे बैच के लिए तैयार कर सकता है। यह आपके रास्ते में किसी भी गड़बड़ी को रोकने में आपकी मदद कर सकता है।
सबसे पहले, जहाँ विभिन्न प्रकार के ध्यान आज उपलब्ध हैं, और चुनाव के लिए कनफ्यूजन हैं!
तो ध्यान के किस प्रकार को अपनाया जाए?
ऐसे मे जरूरी है कि आपको उन कुछ प्रकार के ध्यान विधियों के बारे में जानकारी मिले।
तो यहाँ ध्यान के कुछ विभिन्न प्रकारोँ के बारे मे चर्चा करना जरूरी होगा।
आज कल उन लोकप्रिय रूपों में से एक बौद्ध ध्यान है।
आपको विचार करना होगा कि बौद्ध ध्यान विश्राम के लिए विशेष रूप प्रदान करता है।
यह विशेष ध्यान करने के लिए केवल आपको एक बंद शांत कमरे में जाने की आवश्यकता है।
कमरे के अंदर आप बैठकर ध्यान शुरू करने के लिए अपनी आँखें बंद कर लेंगे और अपने मस्तिष्क के अंदर चल रहे सभी विचारों से छुटकारा पाने के लिए ध्यान करेंगे।
कुछ मिनट के लिए ऐसा करने के बाद आप अपने मन और शरीर को तरोताजा महसूस कर पाएंगे।
यद्यपि तथाकथित "पावर नैप्स" भी इस तरह की भावना की पेशकश कर सकते हैं! परन्तु आपको यह विचार करना होगा कि ध्यान पांच मिनट की झपकी से अधिक प्रभावी है।
ध्यान पहली बार बौद्ध धर्म में एक धार्मिक अभ्यास के भाग के रूप में पढ़ाया गया था।
आज, हालांकि, ध्यान को अब पूरी दुनिया में एक दैनिक कृया के रूप मे अपनाया जाने लगा है।और अब तो लोग, विशेष रूप से व्यस्त लोग, अपने मन और शरीर को आराम देने के लिए ध्यान का अभ्यास कर रहे हैं।
यदि आप ध्यान करना सीखना चाहते हैं, तो ऐसे ध्यान गुरु उपलब्ध हैं आफलाइन भी और आनलाइन भी, जो आपको बड़ी ही सरलता से ध्यान करना सिखा सकते हैं।
आप विभिन्न प्रकार के ध्यान सीख सकते हैं। उन्नत स्तरों पर, कुछ ध्यान गुरु आपको यह भी सिखा सकते हैं कि काम करते समय कैसे ध्यान करें?
बस जरूरत है ध्यान सीखने की दृढ़ इच्छा की?
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